लकीरें हाथो की हों तो तकदीर बदल देतीं हैं,
माथे पर उग आए कभी, बालों को पका देती हैं।
लकीरों की आपनी दुनिया है,सरोकार है,
लकीरों के भरोसे ही जमाने का दारोमदार है।
हिम्मत ए मर्दा है तो इक लकीर खींच देता है,
ताउम्र कोई फकीर लकीर ही बना रहता है।
लकीरें चलें सुंदर तो इक ख्वाब उकेरती हैं,
स्याह से चेहरों पे रंग हंसी उड़ेलती हैं।
इक शक की लकीर दिलो-दरम्यां खिच जाती है
मीनारों तलक़ दीवारें तामीर हो जाती हैं।
सीता ने भी हैसियत लकीर की न मानी
एक पल में हदे दीवार गिरा डाली।
नया जमाना नये अब हालत हैं,
तकल्लुफ़ नहीं रहा अब बेतकल्लुफी है।
पैसे हैं हाथ में सब पैसों की गरमी है।
हम लोग नये जमाने के हर रस्म मिटाते हैं,
हो माहे-मोहर्रम पर हम शब ऐ रात मनाते हैं।
यदि कोई भूल-चूक हो तो कृपया क्षमा करें।
Nếu có hãy thực hiện việc vệ sinh nó ngay.
जवाब देंहटाएंBạn có thể tự tháo lưới lóc ra để vệ sinh tấm lọc.
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