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comes acrossवो अजनबी


वो अपना तो नहीं, पर कैसी हरकतें करता है,

इतनी भी क्या कोई कभी हिम्मत करता है।

 अपनी उंगली पर नचा देता है,

 पूरा का पूरा घुमा देता है।

 कहां-कहां हाथ लगाता है, 

बेशर्मी से कपड़ो को उठाता है। 

हमारी ही काटता है, छांटता है।

 मन नहीं भरता जोड़ डालता है।

 इतनी हिमाकत, मरजी एक ही कर सकता है, 

आपकी जिंदगी में नये रंग दरजी ही भर सकता है।

 कभी दर्ज़ी को ध्यान से देखिये,

 उसके जीवन से भी कुछ सीखिये। 

कितना दर्शन है, उसके काम में सामान में।

 एक कैंची एक सूई से लड़ रहा है, 

जिसे कल खुद मिटा दिया, आज बुन रहा है। 

कितनी दिक्कतें हैं उसकी कितना कठिन  अंजाम है, 

किसी अजनबी को नापना, तौलना आसान काम है?

 कितना सम्हलकर नापना होता है,

 कहीं, किसी गलत जगह हाथ लग जाए, 

कभी दिल कहीं जस्बात बहककर बह जाए।

 एक बार में ही कंधे, कालर, बदन नाप लेना,

 फिर रजिस्टर में उसे  ठीकठाक दर्ज कर लेना। 

दर्ज दर्जी से और दर्ज़ी दर्ज से निकला होगा। 

चलिए नाप ले ली गयी,तारीख भी दे दी गयी। 

असल परीक्षा तो अब शुरू होगी, 

कपड़े जो सिलने हैं, उनकी काट कैसे होगी। 

गला कितना काटना है, कहां से बांहे छांटना है।

 पाकेट डिजाइन वाली डालनी है, 

या उसमें रंगीन बटन टांकनीं है। 

सिलाई डबल या सिंगल चाहिए,

 लंबाई कमर के नीचे या ऊपर चाहिए। 

सैकड़ों उनके काम हैं, हमें लगता आसान है।

।कभी उन्हें अकेले मे काम करते देखिये,

 ध्यान योग कैसे करें जरा उनसे सीखिये। 

जब वो मशीन पर बैठ जाते हैं, 

बिल्कुल झुकते नहीं, फिर रुकते नहीं।

 जब नीचे बैठ कपड़ा काटते हैं,

 ऐसे बैठते हैं, जैसे कोई मनोयोग करते हैं। 

कैसा संयोग होता है, जहां ध्यान योग साथ होता है। 

कपड़े की नाप लेने से सिलाई करने तक,

 दुकान खोलने के बाद, बंद करने तक।

 काम ही करते हैं, ध्यान ही करते हैं। 

किसी बनी चीज को काटना, सीना, 

फिर नया बनाना, कितनी अजीब बात है।

 दरजी ही है, जिसके हाथ में,  

जस्बात,कुछ साज ,अंदाज है।



 


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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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